आज के इस लेख में आप सभी को बताऊंगा कि जब आप लोगों से अपने डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस के बारे में बताने जाते हैं, तो आपको लोगों से बात करने में डर क्यों लगता है आखिर इसका कारण क्या है ?
अब यहां पर बात डायरेक्ट सेल्लिंग की नहीं है वह लोगों से बात ही नहीं करते हैं। वह लोग यह सोचते हैं कि जो लोग मेरे रिलेटिव होते हैं जिन लोगों को मैं जानता हूं उन लोगों से बात करने में दिक्कत आती है,
और दूसरा टॉपिक है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो लोग यह कहते हैं कि मुझे बात करने में कोई भी हेजीटेशन नहीं है। यानी कि बात करने में कोई भी दिक्कत नहीं है मैं लोगों से बात कर लेता हूं।
लेकिन जब डायरेक्ट सेल्लिंग की बात आती है वहां पर मुझे डर लगता है वहां पर मैं बात सही से नहीं कर पाता हूं। तो यह दो तरह के लोग होते हैं इन दोनों टॉपिक के बारे मे मैं आप सभी को बहुत ही बेहतरीन तरीका बताऊंगा।
लेकिन जब डायरेक्ट सेल्लिंग की बात आती है तो वह थोड़ा डर डर के बात करते हैं यानी कि उनको बात करने में हेजीटेशन होता है।
कारण - 1 सबसे पहले आपको यह समझना है कि आखिर हेजीटेशन का कारण क्या है ? तो मैं आप सभी को यह बता दूं कि इसका तीन कारण है।
पहला आपको यह लगता है कि अगर मैं जिस व्यक्ति को ज्वाइन कराना चाहता हूं, उस व्यक्ति से यह बोलूंगा कि मैं प्रोडक्ट सेल करने का बिजनेस में हूं मैं डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस करता हू तो यह मेरे बारे में क्या सोचेगा ?
तो यह सबसे बड़ा कारण है इसका भी यही कारण है कि आपको ही डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस के पावर के बारे में पता नही है। आपको ही यह लग रहा है कि मैं गलत काम कर रहा हूं जैसे कि बहुत ऐसे नेगेटिव लोग हैं जिनको यह डायरेक्ट सेल्लिंग गलत बिजनेस लगता है।
आपको इस चीज को क्लियर करना पड़ेगा कि जो लोग डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस का पावर नहीं जानते हैं उन लोगों का यह भाषा है। तो सबसे पहले तो आपको इसका जो पावर है जो पोटेंशियल है उसको आपको जाना चाहिए।