Oled Sled Display Technology क्या है जानिए – G-Tech-Hindi
Sled display दोस्तों आज के समय मे जो टेक्नोलॉजी है काफी तेज रफ्तार से बदल रही है बात करे TV डिस्प्ले टेक्नोलॉजी की तो शुरुआत जो ब्लैक इन व्हाइट से हुई थी आज वह SLED टेक्नोलॉजी तक पहुंच चुकी है तो दोस्तों ये SLED display technology क्या है ,कैसे यह LED,LCD OR OLED से अलग है और कैसे यह काम करती है सब कुछ हम इस आर्टिकल में जानने वाले है तो आर्टिकल को पूरा और ध्यान से जरूर पढ़े।
SLED (SUPERLUMINESCENT LED ) डिस्प्ले टेक्नोलॉजी क्या है :-
महत्वपूर्ण बिन्दू
दोस्तो Realme कंपनी जो कि एक पॉपुलर मोबाइल फोन और टीवी ब्रांड है उन्होंने घोषणा की है कि वह Realme 4k SLED TV को October 2021 तक मार्केट में लॉन्च करने वाले हैं। कंपनी का कहना है कि वह दुनिया का पहला smart SLED TV होने वाला है जो कि SLED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी पर काम करता है यह ग्राहको को ओर भी अधिक आकर्षित करने वाला है। तो अखिर क्या है यह SLED DISPLAY TECHNOLOGY चलिए जानते हैं विस्तार से –
SLED का मतलब सुपरल्यूमिनसेंट डायोड है। इसमें ज्यादा चमक वाले लेजर डायोड और प्रकाश उत्सर्जक छोटे- छोटे डायोड (एलईडी) का उपयोग किया गया है । यह टेक्नोलॉजी TV डिस्प्ले से निकलने वाली ब्लू लाइट को कम करके अच्छे डिस्प्ले कलर प्रदान करता हैं जो आपके TV देखने के अनुभव को ओर अधिक बेहतर बनाता है और साथ में आपके आँखों पर पडने वाले टीवी के हानिकारक प्रभाव को कम करता है।
कैसे काम करता SLED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी :-
SLED ब्लू लाइट का उपयोग नहीं करता है लेकिन बैकलाइट के रूप में RGB (red,green,blue ) डायोड का उपयोग करता है। इसका मतलब कम ब्लू लाइट का उत्सर्जन। SLED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी LED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी का एडवांस्ड version हैं । Realme ने SLED display technology के साथ स्मार्ट टीवी को आरजीबी बैकलाइट तकनीक की बदौलत 108% NTSC (national television standards committee) के रंग की पेशकश करने की अनुमति देता है तुलनात्मक रूप से, एक नियमित एलईडी टीवी के बारे में कहा जाता है कि वह केवल 70% NTSC का रंग प्रदान करता है।
SLED और QLED में क्या अन्तर है :-
QLED (QUANTUM DOT LED ) ,दोस्तों कुछ समय पहले सैमसंग ने QLED स्मार्ट टीवी टेक्नोलॉजी को introduce कराया था ।
क्या है QLED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी :-
QLED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी भी LED डिस्प्ले का मोडिफाइड version है इसमें अंतर यह है कि इसमें क्वांटम डॉट परत होती है, क्वांटम डॉट एक नैनोमीटर के आकार का अर्धचालक कण है जो परंपरागत रूप से कोर-शेल संरचना के साथ होता है। क्वांटम डॉट्स व्यापक रूप से उनके अद्वितीय ऑप्टिकल गुणों के लिए उपयोग किए जाते हैं, क्योंकि वे विशिष्ट तरंग दैर्ध्य के प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं यदि उन पर ऊर्जा लागू होती है। आकार, भौतिक संरचना और आकार सहित कण के विभिन्न गुणों को बदलकर प्रकाश की इन तरंग दैर्ध्य को सटीक रूप से ट्यून किया जा सकता है जो डिस्प्ले का रंग और चमक को बड़ा देता है। QLED टीवी स्क्रीन के रंग और कंट्रास्ट दोनों को बढ़ाने के लिए मेटलिक क्वांटम डॉट फिल्टर का उपयोग करते हैं जिससे फोटो और वीडियो की क्वालिटी बढ़ जाती है और देखने काफी अच्छा लगता है।
QLED Display TV v/s SLED Display TV:-
QLED में क्वांटम डॉट परत होती है। इसमें आपको रंग और चमक अच्छी देखने को मिलती है लेकिन इसमें ब्लू लाइट का उत्सर्जन होता है जो कि हमारी आँखों के लिए हानिकारक होता है । QLED छोटे size के TV के लिए उपयुक्त नहीं है यह 43 इंच से शुरू होता है जिसके कारण इसकी कीमत भी काफी ज्यादा रहती है।
SLED में सुपरल्यूमिनसेंट डायोड परत होतीं है जो RGB back light का उपयोग करता है इसमें भी आपको रंग और चमक अच्छी देखने को मिलती है लेकिन RGB बैक लाइट के उपयोग के कारण इसमें ब्लू लाइट का उत्सर्जन नहीं होता है इसका हमारे आँखों पर ज्यादा हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है SLED में आपको रंग clear और accurate देखने को मिलेंगे। SLED की कीमत कम होती है QLED के मुकाबले।
दोस्तो ये मान के चलो की SLED technology QLED से एक कदम आगे है वही इनके कीमत में भी काफी फर्क़ देखने को मिलता है । उम्मीद है आपको यह जानकारी helpful लगी होगी आपको समझ आ गया होगा कि SLED display technology क्या है, SLED कैसे काम करती है और QLED Vs SLED कोन बेहतर है। अगर अभी भी आपके कोई सवाल है तो आप कमेन्ट बॉक्स में जरूर टाइप करे साथ में अपनी प्रतिक्रिया भी जरूर दें।
हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”
Read more :-