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8 Rules of Success – Chanakya Niti in Hindi

8 Rules of Success – Chanakya Niti ( सफलता के 8 नियम – चाणक्य नीति )

महत्वपूर्ण बिन्दू

8 Rules of Success – Chanakya Niti :- आचार्य चाणक्य के पास Teacher, Philosopher, Economist, Jurist और Royal Adviser यह सारी खुबीयां और सारे स्किल थे। आचार्य चाणक्य किसी व्यक्ति का चेहरा देखकर यह बता देते थे कि सामने वाला क्या सोच रहा है, और यही एक मनुष्य ऐसे भारत के इतिहास में रहे हैं जिन्होंने अगर कोई प्लेन भी बनाया तो उसके पीछे 100 बैकअप रखते, यानी हार का तो कोई डर ही नहीं।

मतलब बुरी से बुरी कंडीशन में भी सेफ्टी का पूरा प्लान, चाणक्य नीति आज से 2400 साल पहले यूज होती थी लेकिन आज के युग में इस टेक्नोलॉजी भरी दुनिया में, पॉलिटिशन और बिजनेसमैन बखूबी यूज कर रहे हैं अपने देश विदेश के संबंधों को ठीक करने के लिए। दोस्तों इस लेख को शुरू से लास्ट तक जरूर पढ़ें क्योंकि मैं आप सभी से कुछ ऐसे Secret बताने वाला हूँ जो आप के लाइफ में ग्रो करने में बहुत ज्यादा हेल्प करेगी।

8 Rules of Success - Chanakya Niti
8 Rules of Success – Chanakya Niti

1. A person is great by his work not by his birth. ( व्यक्ति अपने कार्य से महान होता है अपने जन्म से नहीं )

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति अपने कार्य से महान होता है अपने जन्म से नहीं, यानिकि यह मैटर नही करता की आप कौन हैं, कौन से स्टेट से हैं, कौन से देश से हैं या फिर किसी गांव या शहर से हैं, आपकी पढ़ाई भले ही कैसे भी स्कूल से रही हो या फिर आपके रास्ते में कितने भी दुखों का पहाड़ क्यों ना आए हो।

अगर आपके कार्य सही है प्रतिदिन ऐसे काम करते हैं जो आपको सफल इंसान बनाने तक पहुंचाते हैं, तो आप महान हैं क्योंकि जन्म यानी कि गॉड गिफ्टेड कुछ भी नहीं होता है। लगभग लोग ऐसा सोच रहे होंगे या उनके मन में ऐसा सवाल उठ रहा होगा कि ऐसा कुछ भी नहीं होता, जो लोग अंबानी जैसे घर में पैदा होते हैं वह तो गॉड गिफ्टेड हुए न, मेरा answer होगा बिल्कुल भी नहीं, यह मान सकते हैं कि उनको कुछ ज्यादा हेल्प मिलती है।

For Example:- अच्छा घर, अच्छी कार, स्टडी, इत्यादि उनको मिलती हैं लेकिन पढ़ाई उनको खुद ही करनी पड़ती है, वह सारे काम, वह लोग भी करते हैं जो कि हर एक आदमी फ्लेनेस में एग्जिट करता है। लेकिन वह लोग एक ही जगह सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं अपने करियर को लेकर, क्योंकि उनको अपने बाप दादा का बिजनेस चलाना है और उसे नेक्स्ट लेवल पर भी लेकर जाना है।

इन लोगों का नाम मीडिया बहुत ही जल्दी खराब कर देती है, इसलिए इनको कोई भी गलती नहीं करनी होती है वरना सारी मेहनत पानी में जा सकती है। यह लोग हम से भी कम सोते हैं और हम से भी ज्यादा काम करते हैं और ज्यादा पढ़ते हैं। क्योंकि हम लोग हमेशा पॉजिटिव वाले सिनेरियो को ध्यान में रखते हैं,

इसलिए हम लोगों को ज्यादा सीखने का मौका नहीं मिलता, दोनों की जिंदगी में कुछ अपने-अपने Benefits जरूर है और Loss भी, सबसे अच्छी बात यह है कि हमारी लाइफ में हमें कुछ भी खोने का डर नहीं रहता, और आज के बाद यह कभी मत सोचो कि मैं जन्म से महान होता और इस बात का अपसोस भी मत करो, जहां हो वहीं से स्टार्ट करो।
Start Improving Yourself.

2. Diligence is the key that unlocks the doors of luck. ( परिश्रम वह चाबी है जो किस्मत के दरवाजे खोल देती हैं। )

आचार्य चाणक्य जी कहते हैं कि परिश्रम वह चाबी है जो किस्मत के दरवाजे खोल देती हैं। यानिकि अगर आप मेहनत करते रहो लगातार तो किस्मत भी आपके आगे के दरवाजे खोलते रहेगी। याद करो अमिताभ जी को जिन्हें एफएम रेडियो से निकाला जा चुका था, क्योंकि उनकी आवाज बहुत भारी है।

नवाज, जो कि एक एक्टर बनना चाहते थे लेकिन उन्हें गॉड की जॉब भी करनी पड़ी और फिर निरंतर प्रयास किया और आज वह जो कुछ भी है आपके सामने हैं। बस आपको कुछ नहीं करना है आपको भी न हारे बिना थके प्रयास करते रहना है और परिश्रम करते रहना है । जैक मा, माइकल जॉर्डन, थॉमस एडिसन इन सब लोगों में एक ही कॉमन चीज है, बस परिश्रम करते रहो, सेम चीजें आपको भी अप्लाई करना है।

3. A person bears the fruits of his own actions. ( व्यक्ति अपने कर्मों का फल खुद ही झेलता है। )

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले ही मर जाता है, अपने अच्छे बुरे कर्मों का फल भी अकेले झेलता है और नर्क या स्वर्ग में भी अकेले जाता है। एक बार आप गहराई में जाकर सोचेंगे तो आपके पास हर टाइम, हर दिन कोई न कोई साथ में होता है। आप ऑफिस में हो या फिर स्कूल, ट्यूशन, इंटरव्यू, मॉर्निंग वॉक, जिम, या तो आपके पूरे दिन बिताने के बारे में बात की जाए।

तो ठीक है अगर आपके पास नहीं है तो बहाने मत बनाओ, कि मुझे यह नहीं आता, मैं नया हूं, पहले कभी नहीं गया, यह जो हजारों एग्जांपल आप ना के लिए देते हैं, इसे आज से ही बंद करें। क्योंकि अगर आप एक सक्सेसफुल इंसान बन जाओगे तो अकेले ही बनोगे, और अगर आप जिंदगी भर अनसक्सेसफुल और पुअर बने रहना चाहते हो तो भी अकेले ही रहोगे।

तो फिर यह साथ वाला बहाना ही क्यों, और यह बिल्कुल भी नहीं कि काश वह मेरे साथ होती तो मैं आज कहां होता, कहीं नहीं होते, आज यूं ही पड़े होते या फिर इस से भी बुरे हाल में होते, तो इतने सारे एग्जांपल काफी है।

4 . Do not tell your future plans to anyone. ( अपने भविष्य की योजनाएं किसी को ना बताएं। )

आचार्य चाणक्य जी कहते हैं की बात को कभी भी व्यक्त मत होने दीजिए, आपने क्या करने के लिए सोचा है। बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाए रखें और द्रीड रहे, क्योंकि आप लोगों को बताएंगे कि आपको फ्यूचर में क्या करना है और आपके प्लान क्या है, तो लोग आपको डिमोटिवेट करके आपके रास्ते में अर्चन पैदा करेंगे।

और आप अपने काम पर फोक्स नहीं कर पाओगे। अगर आप इन चीजों को गुप्त रखोगे तो आप को रोकने टोकने वाला कोई भी नहीं और आप अपनी अलग ही दुनिया में एक फ्लो में काम करते रहेंगे।

5. Education is the only thing on the basis of which you can achieve everything. ( शिक्षा ही वह चीज है जिसके आधार पर आप सब कुछ हासिल कर सकते हैं। )

आचार्य चाणक्य जी ने यह भी कहा है कि शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है, एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पाता है। आचार्य चाणक्य जी कहते हैं कि इंसान को अगर अपने लाइफ में जो कुछ भी हासिल करना है, तो वह केवल शिक्षा के आधार पर ही हो सकता है। मैं आपको एक ही स्कूल और कॉलेज वाली Theoretical Knowledge के बारे में बात नहीं कर रहा हूं,

बल्कि अगर आप एक क्रिकेटर या फिर एक्टर बनना चाहते हो तो आपको उस फील्ड में, जिन्होंने सक्सेस हासिल करी है उनके बारे में पढ़ना चाहिए। उन्होंने यह कैसे किया उनके बारे में सीखना चाहिए। रही बात खूबसूरती उपरास करने की, तो यह बात शत प्रतिशत सही है क्योंकि अगर मैं आपको एग्जांपल दू, तो वह काफी वैल्युएबल रहेगा।

जैसे की नमाज, इनके पास न तो कोई अच्छे सिक्स पैक वाली बॉडी है और ना ही इनके पास कोई चमकती हुई गोरी सी शक्ल है और आज यह उन लोगों में से बहुत आगे हैं जो फिल्में बैकग्राउंड से हैं या फिर बहुत खूबसूरत दिखते हैं या अच्छे खासे बॉडीबिल्डर है। जस्ट बिकॉज ऑफ एक्टर बनने के लिए एक्टिंग आनी बहुत जरूरी है,

ताकि लोग आपको बहुत पसंद करें और आपको फिर भी यकीन नहीं होता तो आपने भारती का नाम तो सुना ही होगा जो बहुत ही फेमस कॉमेडियन है, तो मेहनत करते रहिए एक ना एक दिन सफल जरूर होंगे।
So Remember Hardwork Beats the Talent When Talent Doesn’t Work Hard.

6. Do not fear failure after starting any work, and do that work with full devotion. ( किसी भी काम को शुरू करने के बाद असफलता का डर ना रखें, और उस काम को पूरी निष्ठा से करें। )

आचार्य चाणक्य जी ने कहते हैं अगर किसी काम को शुरू कर ले तो असफलता का डर ना रखें और ना ही उस काम को छोड़ें, निष्ठा से काम करने वाले ही सबसे सुखी हैं। यह बात आज के यंग जनरेशन को बहुत ही जरूरी समझनी चाहिए क्योंकि यंग जनरेशन में बहुत ही जल्दी सफलता चाहिए और किसी काम को फोक्स भी नहीं कर पाते हैं।

वह उतनी ही तेजी से काम कोई स्टार्ट करते हैं और उतनी ही तेजी से छोड़ देते हैं क्योंकि उनको रिजेक्शन का खतरा भी बहुत सताता है फिर कहते हैं कंपटीशन ज्यादा है, जॉब नहीं है, तरह-तरह की चीजें। आज इंटरनेट पर हर दिन लाखों की संख्या में जॉब निकलती हैं फिर भी इतनी ज्यादा अनईम्प्लॉयमेंट हैं क्यों ?

मेहनत कोई भी नहीं करना चाहता, सब आसानी से काम हो जाए इसी आशा में टाइम पास कर रहे हैं। अगर आपको सफल होना है, चाहे वह किसी भी फिल्ड में हो तो आपको आचार्य चाणक्य के इन बातों पर अमल करना चाहिए।

7. Speak sweet words and do it with gentlemen. ( मधुर वाणी बोले और सज्जनों की संगत करें। )

आचार्य चाणक्य जी कहते हैं संसार एक कड़वा वृक्ष है इसके केवल दो ही फल है, जो अमृत जैसे मीठे होते हैं। एक मधुर वाणी और दूसरी सज्जनों की संगति । यानी आचार्य हमें चंद शब्दों में यह सिखाना चाहते हैं कि कभी भी किसी से बुरा मत बोलो, हमेशा मीठा बोलो और जिंदगी में हमेशा उन्नति करोगे और जिंदगी में हमेशा खुश रहना चाहते हो,

तो सज्जनों की संगति करो, यह दो काम आप को महान बना सकते हैं। मीठी वाणी बोलने से आपके साथ लोगों का व्यवहार अच्छा रहेगा वह आपको अच्छा मानेंगे तथा आपके सहायता भी करेंगे। कभी पीछे नहीं हटेंगे और सज्जन आपको अच्छी बातें सिखाएंगे। एक सफल व्यक्ति और सच्चा आदमी कैसे बनना है यह आपको उन लोगों के बीच रहने से ही पता लगेगा।

8. Just by keeping books, nothing will happen. You have to use that knowledge in real life. ( केवल किताबों को रखने से कुछ नहीं होगा आपको उस ज्ञान को असल जीवन में इस्तेमाल करना पड़ेगा। )

आचार्य चाणक्य जी ने विद्यार्थियों के लिए कहा है इसी के ऊपर मैं आपको एक चीज स्टोरी सुनाना चाहता हूं-

प्राचीन काल में एक गुरु ने अपने शिष्यों को विद्या ग्रहण करवाने के बाद में परीक्षा लेने के लिए सोचा, फिर अपनी तीनों शिष्यों को 1 दिन कुटिया पर बुलाया और रात को गुरु जी ने कुटिया तक आने वाले रास्ते में बहुत सारे कांटे बिछा दिए। अगले दिन जब उनके छात्र कुटिया की ओर निकल पड़े,

तो उन्होंने देखा यह क्या सारे रास्ते में कांटे ही कांटे, तब उनमें से एक शिष्य को पता चल गया की गुरुजी उनकी परीक्षा लेना चाहते हैं इसीलिए वह धीरे-धीरे आगे बढ़ा और अपने पैरों को बिना घबराए कांटो के ऊपर रखते गया और अपने खून से लथपथ पैरों को लेकर गुरुजी के आश्रम तक पहुंच गया।

अब बारी है दूसरे वाले की, दूसरे वाले ने थोड़ी सी चालाकी दिखाएं और अपने आप को किसी तरह बचते बचाते गुरुजी के कुटिया तक पहुंचा गया, उसके पैर को चंद ही काटे चुभ पाए थे। अब अगली बारी आती है तीसरे वाले की, तीसरा वाला स्टूडेंट धीरे-धीरे सारे कांटो को साफ करते करते गुरुजी के कुटिया तक पहुंच गया और तीनों छात्र गुरुजी के सामने ।

दोस्तों इस में से केवल एक ही छात्र पास हुआ था। वह तीसरा वाला छात्र था । जिसने गुरु जी के विद्या को अच्छे से ग्रहण करा था जिसने कांटे साफ करे थे और गुरुजी ने बोला तुम ही मेरे वह छात्र हो जिसने मेरी द्वारा दी गई विद्या को बहुत अच्छे से ग्रहण किया है उसको अपने ऊपर उतारा है।

गुरुजी ने कहा जो रास्ता अपने साफ किया है वह केवल आपने अपने लिए नहीं किया है यह आने वाले मुसाफिरों के लिए भी काफी अच्छा साबित होगा। अगर आप कोई अच्छा काम करते हो तो आपके आने वाले पीढ़ियों तक बहुत ज्यादा फायदा होता है और गुरुजी ने साथ में यह भी कहा था मैंने जो ज्ञान तुम्हें दिया था वह तुमने अपने व्यवहार में उतारा।

दोस्तों आचार्य चाणक्य भी यही कहते हैं, केवल पुस्तकों से ली गई विद्या और दूसरों के पास से अर्जित किया गया धन व्यक्ति के किसी काम नहीं आता ऐसी विद्या या धन का होना कोई मायने नहीं रखता तो दोस्तों किताबों को केवल रटने से कुछ भी नहीं होता। अगर आपको अपनी लाइफ में कुछ करना है और आपने अपनी लाइफ में या अपने ब्योहार में इस विद्या को नहीं उतारा तो आपको सफलता तक पहुंचने के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

दोस्तों अब जान लेते हैं कि आपने इस इस लेख से क्या-क्या सीखा – 8 Rules of Success – Chanakya Niti :-

1. इंसान अपने कर्मो से महान होता है ना कि अपने जन्म से।
2. परिश्रम वह चाभी हैं जो किस्मत के दरवाजे खोल देती है।
3. व्यक्ति अपने कर्मों का फल खुद ही झेलता है।
4. अपने भविष्य की योजनाएं किसी को ना बताएं।
5. शिक्षा ही वह चीज है जिसके आधार पर आप सब कुछ हासिल कर सकते हैं।
6. किसी भी काम को शुरू करने के बाद असफलता का डर न रखें, और उस काम को पूरी निष्ठा से करें।
7. मधुर वाणी बोले और सज्जनों की संघति करें।
8. केवल किताबों को रखने से कुछ नहीं होगा आपको उस ज्ञान को असल जीवन में इस्तेमाल करना पड़ेगा।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को यह हमारा लेख 8 Rules of Success – Chanakya Niti पसन्द आया होगा यदि पसन्द आया है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद।।

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