Inbound मार्केटिंग और Outbound मार्केटिंग को समझिये
दोस्तों inbound and outbound marketing क्या है ,inbound and outbound marketing में क्या difference है , कम ही लोगो के मार्केटिंग के इन टॉपिक के बारे में पता होता है so guys अगर आपको भी मार्केटिंग के इन तरीको के बारे में जानकारी नहीं है तो इस आर्टिकल में Inbound marketing और outbound marketing के बारे में हम आपको जानकारी देंगे इसके लिए आर्टिकल को पूरा और ध्यान से जरूर पड़े।
इनबाउंड मार्केटिंग और आउटबाउंड मार्केटिंग क्या है?(what is inbound and outbound marketing in hindi):-
महत्वपूर्ण बिन्दू
दोस्तों दोनों को हम एक -एक करके समझने की कोशिश करिंगे ,फिर लास्ट में दोनों में क्या -क्या difference है वो समझने की कोशिश करिंगे तो चलिए पहले जानते हैं की inbound marketing क्या है।
इनबाउंड मार्केटिंग क्या है ( what is inbound marketing in hindi ):-
inbound marketing ,मार्केटिंग का एक तरीका है जो ग्राहकों को उनके अनुरूप valuable content और experiences प्रदान करके उनको आकर्षित करता है। सरल शब्दो में कहें तो inbound marketing संभावित ग्राहकों को आपकी कंपनी खोजने में मदद करने की प्रक्रिया है। इनबाउंड मार्केटिंग कनेक्शन बनाने, सवालों के जवाब देने और समस्याओं को हल करने के बारे में है।
इनबाउंड मार्केटिंग को हम content मार्केटिंग भी कह सकते है क्यूंकि inbound marketing लगभग content marketing के अनुरूप होता है। इनबाउंड मार्केटिंग में ग्राहक खरीदारी करने के लिए तैयार रहता है बस हमें उसे अपने प्रोडक्ट की और खींचना ,उसे आकर्षित करना होता है। inbound marketing में ब्लॉग पोस्ट, सोशल मीडिया, इन्फोग्राफिक्स, ईमेल न्यूज़लेटर्स और अन्य प्रकार का content शामिल होता है जिसे लोग पढ़ना पसंद करते हैं।
inbound marketing में कंपनी का फोकस potential buyers पर रहता जो खुद उनके पास आये ,कंपनियां कोशिश करती है नए नए तरीको से ग्राहकों के बीच संबंध विकसित करना, और लीड उत्पन्न करना। इसके लिए creating quality content जो जो लोगों को आपके व्यवसाय और ब्रांड की ओर खींचती है।ये तरीके आपको ,ग्राहकों के लिए आकर्षक बनाते हैं क्योंकि वे लोगों को ऐसा महसूस नहीं कराते कि उन्हें कुछ बेचा जा रहा हो। inbound marketing में एजुकेशनल ,मनोरंजक और जो ग्राहकों को अच्छा लगे ऐसा कंटेंट उपलब्ध कराया जाता है। इनबाउंड मार्केटिंग का सबसे अच्छा पार्ट यह है की inbound marketing में पूरी तरह से ऑर्गेनिक लीड होते हैं, इसलिए यह बजट से जयदा दिमाग पर निर्भर करता है।
इनबाउंड मार्केटिंग के उदाहरण ( example of inbound marketing ):- ब्लॉग पोस्ट ,प्रोडक्ट reviews ,सोशल मीडिया अभियान ( facebook ,youtube ,twitter etc ),ebooks ,seo ,वीडियो कंटेंट ,google ads .
आउटबाउंड मार्केटिंग क्या है (what is outbound marketing in hindi ):-
आउटबाउंड मार्केटिंग इनबाउंड मार्केटिंग के बिलकुल बिपरीत है जहाँ इनबाउंड मार्केटिंग में ग्राहक खुद कंपनी और ब्रांड पास आता है वंही आउटबाउंड मार्केटिंग में कंपनी और ब्रांड ग्राहकों के पास जाती है। आउटबाउंड मार्केटिंग, मार्केटिंग का पुराना तरीका है जिसमे टीवी विज्ञापन, रेडियो विज्ञापन, प्रिंट विज्ञापन (अखबार के विज्ञापन, पत्रिका के विज्ञापन, आदि) आउटबाउंड बिक्री कॉल,मोबाइल संदेश के जरिये और ईमेल स्पैम अदि शामिल हैं।
आउटबाउंड मार्केटिंग के उदाहरण ( example of outbound marketing ):- tv विज्ञापन ,रेडिओ विज्ञापन ,न्यूज़ पेपर अदि।
इनबाउंड मार्केटिंग और आउटबाउंड मार्केटिंग के बीच क्या अंतर है ( Difference Between Inbound and Outbound Marketing in hindi ):-
दोस्तों बात करे inbound मार्केटिंग और outbound marketing के बीच के डीफ्रेरेन्स की तो इन दोनों में काफी ज़्यदा अंतर है तो चलिए समझते है difference between inbound and outbound marketing in hindi –
इनबाउंड मार्केटिंग (inbound marketing ) इनबाउंड मार्केटिंग में आपके बिज़नेस और वेबसाइट का प्रचार-प्रसार क्वालिटी कंटेंट के माध्यम से किया जाता है जैसे ब्लॉग्स ,सोशल मीडिया ,वीडियोस ,पॉडकास्ट और ebook के माध्यम से।इनबाउंड मार्केटिंग मार्केटिंग का नया concept है। इनबाउंड मार्केटिंग में interested ग्राहकों या पाठकों को आकर्षित किया जाता है। उपभोक्ता की जरूरतों को target करके कंटेंट बनाया जाता है । ग्राहकों को आकर्षित करता है। ग्राहक खुद अपनी जरूरतों के अनुसार प्रोडक्ट के लिए आपके पास आता है। इनबाउंड मार्केटिंग ज़्यदा प्रभाव शाली है आउटबाउंड मार्केटिंग से। ज़्यदा प्रॉफिट होता है क्यूंकि targeted audience होती है | आउटबाउंड मार्केटिंग (outbound marketing) आउटबाउंड मार्केटिंग में आपके बिज़नेस का प्रचार -प्रसार अलग -अलग प्रकार के विज्ञापनों के माध्यम से किया जाता है जैसे – टीवी विज्ञापन ,रेडियो विज्ञापन ,होल्डिंग ,बिलबोर्ड्स,न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन के माध्यम से किया जाता है आउटबाउंड मार्केटिंग पारम्परिक तरीका है जो अब पुराना हो चूका है। हर किसी को आकर्षित करने की कोशिश किया जाता चाहे किसी को उसमे रूचि हो या ना हो।प्रोडक्ट को टारगेट करके कंटेंट बनाया जाता है। ग्राहक को तलाश करना पड़ता है। कम प्रभावशाली है इनबाउंड मार्केटिंग से प्रॉफिट कम होता है इनबाउंड मार्केटिंग से। |
निष्कर्ष –
दोस्तों इस लेख में हमने जाना की इनबाउंड मार्केटिंग और आउटबाउंड मार्कर्टिंग क्या होती है उदाहरण सहित हमने आपको बताया है तो अब हमें उम्मीद है की आपको inbound marketing and outbound marketing क्या है और इनके बीच में क्या -क्या difference है आपको समझ आ गया होगा। अगर आपके कोई सवाल है inbound और outbound मार्केटिंग से रिलेटेड तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करे हम आपके सवालो के जबाब देने की जरूर कोशिश करिंगे।
इनबाउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग में क्या अंतर है?
इनबाउंड मार्केटिंग को अगर आसान सब्दो में कहे तो मतलब डिजिटल मार्केटिंग उदाहरण ( example of inbound marketing ):- ब्लॉग पोस्ट ,प्रोडक्ट reviews ,सोशल मीडिया अभियान ( facebook ,youtube ,twitter etc ),ebooks ,seo ,वीडियो कंटेंट ,google ads .
आउटबाउंड मार्केटिंग के उदाहरण ( example of outbound marketing ):- tv विज्ञापन ,रेडिओ विज्ञापन ,न्यूज़ पेपर अदि।
डिजिटल मार्केटिंग इनबाउंड है या आउटबाउंड?
डिजिटल मार्केटिंग इनबाउंड मार्केटिंग इसमें मार्केटिंग ब्लॉग पोस्ट ,कंटेंट ,सोशल मीडिया अदि की मदद से की जाती है।
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हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”
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