डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित वन विहार नेशनल पार्क में वन्यप्राणी सप्ताह का आयोजन संपन्न हुआ। यह राज्य स्तरीय वन्यप्राणी सप्ताह एक से सात अक्टूबर तक चला। इस आयोजन में सर्वप्रथम सभी विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावकों एवं गुरुजनों ने जैवविविधता के संरक्षण व संवर्धन के लिये समर्पित रहने की शपथ ली। इसके बाद वन विहार राष्ट्रीय उद्यान की प्रमुख पक्षी प्रजातियां पर आधारित एक पुस्तिका का विमोचन के साथ पैटिंग प्रतिस्पर्धा सम्पन्न हुई। इसके बाद बाघ फ़ोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीवन पर चित्रकला स्पर्धा का आयोजन हुआ। जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने अपने आयु वर्ग के अनुसार विभिन्न विषयों पर कैनवास और पेपरशीट पर वन्य जीवन को खूबसूरत चित्र में उकेरकर जीवंतता प्रदान की। वन प्राणी सप्ताह का आयोजन वन मंत्री डॉ. विजय शाह और अपर मुख्य सचिव वन विभाग जे.एन.कंसोटिया के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
वन मंत्री डॉ. विजय शाह ने वन संरक्षण सप्ताह 2023 के अवसर पर कहा कि वन्यप्राणियों एवं क्षेत्र की जैव विविधिता के सन्दर्भ में मध्यप्रदेश संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। जंहा वनों एवं वन्यप्राणी धरोहर विशेषकर बाघों के दर्शन करने सभी पर्यटक आते है। डॉ. शाह ने कहा कि वनों की प्रकृति में महत्वपूर्ण भूमिका है। मनुष्य का अस्तित्व भी वन्य प्राणयों के संरक्षण से प्रत्यक्ष जुड़ा हुआ है। वन्य प्राणियों के संरक्षण में राज्य शासन के साथ प्रदेश के समस्त नागरिकों का वन्य प्राणी संरक्षण में जागरुक होना अवश्यक है।
इस अवसर पर वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एवं जू के संचालक पदम प्रिया बालकृष्णन ने बताया कि इस सप्ताह वन विहार में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन संरक्षण और संवर्धन का संदेश देना है। इसमें आम जनों विशेषकर विद्यार्थियों में वन्यजीवन के प्रति रुचि विकसित करने और वन्यप्राणियों के संरक्षण में जनभागीदारी सुनिश्चित करना हैं। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय दो के कक्षा चार की प्रतिभागी विद्यार्थी वाणी चौरासे ने बताया कि इस आयोजन की जानकारी मुझे कक्षा शिक्षिका अलका कृष्णानी ने बताया। इसमें मैंने चित्रकला और रंगोली प्रतियोगिता में मैंने मेरा पंसदीदा वन्यप्राणी बाघ बनाया। साथ ही मैंने प्रश्नोत्तरी में भाग लेकर विजयी भी हुई। प्रदर्शन बहुउद्देश्यीय विद्यालय (डीएमएस) के कक्षा एक के विद्यार्थी अनय मुकेश ने बताया कि आंचलिक विज्ञान केन्द्र की प्रदर्शनी में बहुत मज़ा आया, मैंने बहुत सारे सवाल मैडम से पूछे और उन्होंने मुझे सभी सवाल के उत्तर दिए। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के बी एस सी ई एम के विद्यार्थी ओमकार अवस्थी ने बताया कि यह आयोजन प्रयोगशाला के कार्य को पूरा करने में मदद करता हैं। यंहा मैंने पेड़ पौधों के जीवाश्म को देखा, वन विभाग के द्वारा किये जा रहे नवाचारों से अवगत हुआ। जैसे वन विभाग प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को अंकुरित पेन प्रदान कर रहे हैं। जिसमें विभिन्न तरह के बीज हैं।
इस आयोजन में पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर, जन जागरूकता के लिए दौड़, फोटोग्राफी प्रतियोगिता तथा रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही मध्यप्रदेश राज्य बॉस मिशन की ओर से बॉस से बनें उत्पाद, मध्यप्रदेश इकोपर्यटन विकास बोर्ड की ओर से जीवाश्म की प्रदर्शनी, मध्यप्रदेश जैवविविधता बोर्ड की ओर से वन्य उत्पाद से जुड़ी प्रश्नोत्तरी, सामाजिक वानिकी वृत्त भोपाल की ओर से बीज और पौधों की प्रदर्शनी और विन्ध्य हर्बल्स उत्पाद श्रृंखला के विभिन्न उत्पाद उपलब्ध हुए।